अल्फ़ाज़ जरूरी नहीं सब आशिक ही हैं हुस्न -ए- शाबाब का, कुछ पागल भी हैं जहाँ में मेरी तरह, मैं अकेला नहीं..... जो लेते हैं वक्त से हिसाब.. वक्त के हिसाब का SHAURABH SHARMA "Shaurya" #Fullymadwriter :-#Shaurabhsharma"shaurya"