जय श्री कृष्णा जय माता दी नारी की मन की पीड़ा .,. नारी हमेशा पुरुष में प्रेमी ही नहीं तलाश ती हैं वह तलाशती है एक पिता जो उसकी गलती के बाद भी उसे इतना प्यार दे वह तलाशती है एक भाई जो उसकी मुश्किल समय में उसके साथ खड़ा हो वह तलाशती है एक दोस्त जिसके कंधे में सर रखकर रो सके वह तलाशती है एक जीवन साथी जो उसके आत्मसम्मान को सदैव बरकरार रख सके नारी कभी हारती नहीं उसे हराया जाता है नारी का सम्मान करें नारी है सृजन संसार का नारी है