किसी प्यासे शहर का तू बादल हो जा। पढ़ इतना कि पढ़ पढ़ के पागल हो जा।। हो कुछ ऐसा की कामयाबी शोर मचाये। महक जा ऐसा कि फिर तू संदल हो जा।। ©Md Shaukat Ali "Saani" #thoughts