बकरा ईद (परिवर्तन ) ============= अम्मी =अहमद उठ गइल बा जा अपने अबूबू के साथ हाथ बटा आज बकरी ईद हैं तो उस बकरे को घास डाल दे, दोपहर तक कुर्बानी का कार्यक्रम होगा! अहमद =अम्मी मैं कही नहीं जा रा! खाने मे क्या बनेगा?? अम्मी=गोस्त, पुलाव, कबाब, सेमईयाँ मीठी, और नान अहमद =मेरे लिए साईयाँ रखना, मै आज अपने दोस्त विनोद के यहाँ खाने पर हूँ! अम्मी =पागल हो गया क्या आज हमारा बड़ा त्योहार हैं और तू अपने दोस्त के यहाँ खाना खाएगा, तेरे अब्बू गुस्सा होंगे अहमद =अम्मी मुझे non veg, नहीं खाना, ये कुर्बानी, खून खराबा मुझे पसंद नहीं,जबरदस्ती करोगी तो मै उल्टी कर दूंगा! अम्मी =तुझे तो गोस्त कोरामा बहुत पसंद था ये विनोद की संगत से तू बिगड़ गया!! अहमद =अम्मी उसको कउ दोष देती हो ये मेरी मर्जी हैं, किसी जीव को मार कर उसका मीट मै नहीं खां सकता बस, मै जा रहा हूँ! अम्मी =या अल्लाह इसे हिन्दु परिवार मे जन्म लेना था! ©POOJA UDESHI #bakrid #brothersday