Nojoto: Largest Storytelling Platform

कागज की कश्ती, बेफिक्री से बरसात में बहाया करते थ

कागज की कश्ती,
बेफिक्री से बरसात  में बहाया करते थे।
किसकी कश्ती आगे जायेगी ,
रेस लगाया करते थे।
मालिक!  कुछ  ऐसी इनायत  कर,
भवसागर  में बेफिक्री कुछ ऐसे बहाऊं।
कि इस रेस में नंबर वन हो जाऊँ।

©Alpita MishraSiwan Bihar #Memories 

#Memories
कागज की कश्ती,
बेफिक्री से बरसात  में बहाया करते थे।
किसकी कश्ती आगे जायेगी ,
रेस लगाया करते थे।
मालिक!  कुछ  ऐसी इनायत  कर,
भवसागर  में बेफिक्री कुछ ऐसे बहाऊं।
कि इस रेस में नंबर वन हो जाऊँ।

©Alpita MishraSiwan Bihar #Memories 

#Memories