अपनी चाहतों का घर बनाऊँ कैसे? . अनगिनत सपनों से उसे सजाऊं कैसे? . . उसकी नींव हो तुम.. . मिल जाओ तो शुरुवात करूँ। ©Tara Chandra Kandpal #प्रतीक्षारत