कृष्ण का एक उपदेश ही हमारे जीवन का मकसद पुरा कर देता है यहाँ कोई किसी का रिश्ते दार नही होता सब स्वार्थ के रिश्ते होते है,,,,, वही से हमारे जीवन जीने का उदेश्य पुरा हो जाता है,,,