Nojoto: Largest Storytelling Platform

White ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें द

White ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें दुधारू गाय बताती  हैं और दुधारू गाय की दो लत्ती भी सहने को तैयार रहती हैं। लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" कहने में संकोच नहीं करती हैं।
ठीक ममता की तरह  मुसलमानों के वोट के भूखे सत्ता लोभी लालू प्रसाद यादव भी महाकुंभ को  
बे मतलब बताते हैं, फालतू बताते हैं।
ऐसे अनेक अनेक  सेकुलर नेता देश भर में हैं जो इन दोनों की बात से सहमत होंगे , और उनके अमर्यादित,विवादित कथन से प्रसन्न होंगे क्योंकि वह भी मुसलमानों के वोट बैंक से अपनी  सत्ता की प्यास बुझाने के लिए सदैव आतुर हैं,प्रयत्नशील हैं।
सत्ता के भूखे सेक्यूलरों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि मुसलमानों के तुष्टिकरण से  धीरे धीरे सत्ता हांथ से दूर और दूर होती चली जाएगी और ऐसी सभी पार्टियां अपना अस्तित्व खो देंगी क्योंकि अब हिंदू जाग गया है। आपकी हर हिंदू विरोधी प्रतिक्रिया से वह अब आहत होता है और आपके द्वारा दी गई चोट उसके हृदय को कचोटती है
और परिणाम स्वरूप मौका आने पर वह हिंदुत्व का झंडा फहरा देता है। 
सुधर जाओ सेक्यूलरों ! वरना कूड़ेदान में फेंक दिए जाओगे।ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें दुधारू गाय बताती  हैं और दुधारू गाय की दो लत्ती भी सहने को तैयार रहती हैं। लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" कहने में संकोच नहीं करती हैं।
ठीक ममता की तरह  मुसलमानों के वोट के भूखे सत्ता लोभी लालू प्रसाद यादव भी महाकुंभ को  
बे मतलब बताते हैं, फालतू बताते हैं।
ऐसे अनेक अनेक  सेकुलर नेता देश भर में हैं जो इन दोनों की बात से सहमत होंगे , और उनके अमर्यादित,विवादित कथन से प्रसन्न होंगे क्योंकि वह भी मुसलमानों के वोट बैंक से अपनी  सत्ता की प्यास बुझाने के लिए सदैव आतुर हैं,प्रयत्नशील हैं।
सत्ता के भूखे सेक्यूलरों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि मुसलमानों के तुष्टिकरण से  धीरे धीरे सत्ता हांथ से दूर और दूर होती चली जाएगी और ऐसी सभी पार्टियां अपना अस्तित्व खो देंगी क्योंकि अब हिंदू जाग गया है। आपकी हर हिंदू विरोधी प्रतिक्रिया से वह अब आहत होता है और आपके द्वारा दी गई चोट उसके हृदय को कचोटती है
और परिणाम स्वरूप मौका आने पर वह हिंदुत्व का झंडा फहरा देता है। 
सुधर जाओ सेक्यूलरों ! वरना कूड़ेदान में फेंक दिए जाओगे।जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी
एक मिट्टी का ढेर लगता है।"

- छत्रपति शिवाजी महाराज
हिन्दू हृदय सम्राट, धर्म रक्षक, अन्याय और  पराक्रमी योद्धा एवं मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।🚩जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी
एक मिट्टी का ढेर लगता है।"

- छत्रपति शिवाजी महाराज
हिन्दू हृदय सम्राट, धर्म रक्षक, अन्याय और  पराक्रमी योद्धा एवं मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।🚩ज़िंदगी
ज़िंदगी छोटी नहीं, बड़ी होनी चाहिए,
सपनों से नहीं, हौसलों से भरी होनी चाहिए।ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें दुधारू गाय बताती  हैं और दुधारू गाय की दो लत्ती भी सहने को तैयार रहती हैं। लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" कहने में संकोच नहीं करती हैं।
ठीक ममता की तरह  मुसलमानों के वोट के भूखे सत्ता लोभी लालू प्रसाद यादव भी महाकुंभ को  
बे मतलब बताते हैं, फालतू बताते हैं।
ऐसे अनेक अनेक  सेकुलर नेता देश भर में हैं जो इन दोनों की बात से सहमत होंगे , और उनके अमर्यादित,विवादित कथन से प्रसन्न होंगे क्योंकि वह भी मुसलमानों के वोट बैंक से अपनी  सत्ता की प्यास बुझाने के लिए सदैव आतुर हैं,प्रयत्नशील हैं।
सत्ता के भूखे सेक्यूलरों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि मुसलमानों के तुष्टिकरण से  धीरे धीरे सत्ता हांथ से दूर और दूर होती चली जाएगी और ऐसी सभी पार्टियां अपना अस्तित्व खो देंगी क्योंकि अब हिंदू जाग गया है। आपकी हर हिंदू विरोधी प्रतिक्रिया से वह अब आहत होता है और आपके द्वारा दी गई चोट उसके हृदय को कचोटती है
और परिणाम स्वरूप मौका आने पर वह हिंदुत्व का झंडा फहरा देता है। 
सुधर जाओ सेक्यूलरों ! वरना कूड़ेदान में फेंक दिए जाओगे।

©Music club #Thinking  love poetry for her hindi poetry punjabi poetry love poetry in hindi hindi poetry on life
White ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें दुधारू गाय बताती  हैं और दुधारू गाय की दो लत्ती भी सहने को तैयार रहती हैं। लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" कहने में संकोच नहीं करती हैं।
ठीक ममता की तरह  मुसलमानों के वोट के भूखे सत्ता लोभी लालू प्रसाद यादव भी महाकुंभ को  
बे मतलब बताते हैं, फालतू बताते हैं।
ऐसे अनेक अनेक  सेकुलर नेता देश भर में हैं जो इन दोनों की बात से सहमत होंगे , और उनके अमर्यादित,विवादित कथन से प्रसन्न होंगे क्योंकि वह भी मुसलमानों के वोट बैंक से अपनी  सत्ता की प्यास बुझाने के लिए सदैव आतुर हैं,प्रयत्नशील हैं।
सत्ता के भूखे सेक्यूलरों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि मुसलमानों के तुष्टिकरण से  धीरे धीरे सत्ता हांथ से दूर और दूर होती चली जाएगी और ऐसी सभी पार्टियां अपना अस्तित्व खो देंगी क्योंकि अब हिंदू जाग गया है। आपकी हर हिंदू विरोधी प्रतिक्रिया से वह अब आहत होता है और आपके द्वारा दी गई चोट उसके हृदय को कचोटती है
और परिणाम स्वरूप मौका आने पर वह हिंदुत्व का झंडा फहरा देता है। 
सुधर जाओ सेक्यूलरों ! वरना कूड़ेदान में फेंक दिए जाओगे।ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें दुधारू गाय बताती  हैं और दुधारू गाय की दो लत्ती भी सहने को तैयार रहती हैं। लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" कहने में संकोच नहीं करती हैं।
ठीक ममता की तरह  मुसलमानों के वोट के भूखे सत्ता लोभी लालू प्रसाद यादव भी महाकुंभ को  
बे मतलब बताते हैं, फालतू बताते हैं।
ऐसे अनेक अनेक  सेकुलर नेता देश भर में हैं जो इन दोनों की बात से सहमत होंगे , और उनके अमर्यादित,विवादित कथन से प्रसन्न होंगे क्योंकि वह भी मुसलमानों के वोट बैंक से अपनी  सत्ता की प्यास बुझाने के लिए सदैव आतुर हैं,प्रयत्नशील हैं।
सत्ता के भूखे सेक्यूलरों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि मुसलमानों के तुष्टिकरण से  धीरे धीरे सत्ता हांथ से दूर और दूर होती चली जाएगी और ऐसी सभी पार्टियां अपना अस्तित्व खो देंगी क्योंकि अब हिंदू जाग गया है। आपकी हर हिंदू विरोधी प्रतिक्रिया से वह अब आहत होता है और आपके द्वारा दी गई चोट उसके हृदय को कचोटती है
और परिणाम स्वरूप मौका आने पर वह हिंदुत्व का झंडा फहरा देता है। 
सुधर जाओ सेक्यूलरों ! वरना कूड़ेदान में फेंक दिए जाओगे।जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी
एक मिट्टी का ढेर लगता है।"

- छत्रपति शिवाजी महाराज
हिन्दू हृदय सम्राट, धर्म रक्षक, अन्याय और  पराक्रमी योद्धा एवं मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।🚩जब हौसले बुलन्द हो, तो पहाड़ भी
एक मिट्टी का ढेर लगता है।"

- छत्रपति शिवाजी महाराज
हिन्दू हृदय सम्राट, धर्म रक्षक, अन्याय और  पराक्रमी योद्धा एवं मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।🚩ज़िंदगी
ज़िंदगी छोटी नहीं, बड़ी होनी चाहिए,
सपनों से नहीं, हौसलों से भरी होनी चाहिए।ममता को मुसलमान इतना प्रिय है कि वह इन्हें दुधारू गाय बताती  हैं और दुधारू गाय की दो लत्ती भी सहने को तैयार रहती हैं। लेकिन हिंदुओं के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ को "मृत्युकुंभ" कहने में संकोच नहीं करती हैं।
ठीक ममता की तरह  मुसलमानों के वोट के भूखे सत्ता लोभी लालू प्रसाद यादव भी महाकुंभ को  
बे मतलब बताते हैं, फालतू बताते हैं।
ऐसे अनेक अनेक  सेकुलर नेता देश भर में हैं जो इन दोनों की बात से सहमत होंगे , और उनके अमर्यादित,विवादित कथन से प्रसन्न होंगे क्योंकि वह भी मुसलमानों के वोट बैंक से अपनी  सत्ता की प्यास बुझाने के लिए सदैव आतुर हैं,प्रयत्नशील हैं।
सत्ता के भूखे सेक्यूलरों को अभी भी यह समझ में नहीं आया है कि मुसलमानों के तुष्टिकरण से  धीरे धीरे सत्ता हांथ से दूर और दूर होती चली जाएगी और ऐसी सभी पार्टियां अपना अस्तित्व खो देंगी क्योंकि अब हिंदू जाग गया है। आपकी हर हिंदू विरोधी प्रतिक्रिया से वह अब आहत होता है और आपके द्वारा दी गई चोट उसके हृदय को कचोटती है
और परिणाम स्वरूप मौका आने पर वह हिंदुत्व का झंडा फहरा देता है। 
सुधर जाओ सेक्यूलरों ! वरना कूड़ेदान में फेंक दिए जाओगे।

©Music club #Thinking  love poetry for her hindi poetry punjabi poetry love poetry in hindi hindi poetry on life
naturalbageshwar6992

Music club

New Creator
streak icon8