कुछ इस तरह से तू मेरी आदत में शामिल है मुझसा हूबहू ना हो मेरी जाँ जी पे काबिज़ है तेरा हँसना, तंज़ कसना, त्योरियाँ भी मुनासिब है ख़ुदा जाने ख़ुदा क्या है तलब तू दिलोजनिब है टूटती हसरतों भरी दुनियाँ में इतना ही काफ़ी है मेरी जाँ तुझसे शादाबी तेरा दिल मुझसे वाकिफ़ है #toyou#yqfriendship#yqcolours#eyesentice#yqlove#yqblessings