वो अकेला सरदार था फिर भी असरदार था। डायरों की फ़ौज ने उसको घेर लिया पग में मारी ठोकर ज़मी पर ढेर किया ऊधम के वंशजों ने की है सदा ही सब की सेवा, उसपर दो पल में पानी फेर दिया वो अंजाम से बेदार था फिर भी असरदार था चोर देश के लेकर पूँजी लन्दन में बस जाते है वर्दीवाले मजलूमों पर वर्दी का रोब दिखाते है बहन बेटियों की इज़्ज़त नित दिन लूटी जाती, निर्दोषों की जान ले लेते,उनको रोक ना पाते हैं वो कौनसा गुनहगार था? फिर भी असरदार था वो अकेला सरदार था। ✍️ Sachin Kumar Ken वो अकेला सरदार था फिर भी असरदार था। डायरों की फ़ौज ने उसको घेर लिया पग में मारी ठोकर ज़मी पर ढेर किया ऊधम के वंशजों ने की है सदा ही सब की सेवा, उसपर दो पल में पानी फेर दिया