#WorldHealthDay ख्वाहिशें मेरी किसी की मोहताज़ नहीं कल तक था शक कर पाऊँगी या नहीं पर भरोसा बन गया है मेरा आज यही बस सपने पूरे होने में कुछ ही लम्हों की है दूरी रही फिर इस जमाने की सोच कहीं और मैं कहीं ©chetna #kar paungi ya nhi