इश्क़ का तूफ़ान उठा है आज, मेरे इस दिल-ए-समंदर से। खुद को सताया खूब मैंने, एक आह निकली है अंदर से। पूजता था जिसे मैं दिल से, वो इश्क़ की तुम मूरत थी। दिल ने तुम्हें आज़ाद किया, अपने इश्क़-ए-मंदिर से। 📥 RKS Dare :- ◆RKSLN - 25 📇 #RKSLNcollabs आपका हार्दिक स्वागत करता है..😊🙏 💫RKS DARE 25 :- "तूफ़ान" अर्थात :- आँधी / सैलाब आज के Dare में आप सभी रचनाकार "तूफ़ान" शब्द को लेकर रचना करें..!!