जब हो अपनों का साथ ये जिंदगी पूरा-पूरा सा लगता है, पर मज़बूरी है इस जिंदगी को चलाने के लिए घर से दूर जाना पड़ता है, सब के पेट की भूख के खातिर दो वक्त की रोटी कमाना पड़ता है, वरना कौन नही चाहता त्योहारो पे घर आना, त्योहार पे घर से दूर रह कर खुशियां अधूरा-अधूरा सा लगता है। #Tyohaar त्योहार