White बहस की भी एक उम्र होती है, एक समय के बाद हम किसी भी बहस में उलझना ही नहीं चाहते, हम उन सभी लोगो से उन सभी रिश्तों से बचने लगते है, जहाँ हमें गलत समझा जाता है, जहाँ हमें सही होने के बावजूद भी सफाई देना पड़ता है, जहाँ गलत ना होते हुए भी खुद को सही साबित करना पड़ता है क्योंकि हमें ये महसूस हो जाता है की लाख मिन्नते करने के बाद भी हम खुद को सही साबित नहीं कर सकते, क्योंकि लोग हमें वही समझेगे जो वो समझ के बैठे है..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) Good night 🌉 #matangiupadhyay #Nojoto