परेशाँ होता रहा वो पर फिर भी इस दिल को सुकूँ नहीं। रुला दिया उस 'दोस्त' को भी, अब खुद के लिए माफ़ी नहीं। ख़ुदग़र्ज़ बन गई थी इतनी, कि अब ख़ुद से भी मोहब्बत करना नहीं। #ख़ुदग़र्ज़ #दर्द #मोहब्बत #yqbaba #yqdidi