White चाँद से छुपा छुपाई खेलते बादल मन कर देते आशिकों के घायल बादल का कोई भी भरोसा नहीं बादल किसी का पाला पोसा नहीं कब छंट जायें, जाने कब कर दें बरसात कभी दिन तो कभी काली कर दें रात ©Kamlesh Kandpal #Badl