आज के दोहे मौसम है त्यौहार का,खुशियों का है योग। वैर भाव को छोड़कर,आनंदित सब लोग।।१७३।। मिलजुल पर्व मनाइए,मत करिए तकरार। जो करता तकरार है,उसको मिले न प्यार।।१७४।। #दोहे #त्यौहारोंकामौसम #विश्वासी