डर जाता था ये मासूम सा दिल मेरा जब कभी तन्हा सा खुद को महसूस करता याद कर तेरी बेवफाई आंखों में बस रहने लगी थी तन्हाई बड़ी मुश्किल से अब खुद को फिर से जोड़ा है भूल तेरी बेवफाई अब आगे बदने का सोचा है अब हसरत यही है मेरी कि फिर ना कभी हम एक दूसरे से टकराए एक बार तू भी वही महसूस तो करले जब तुम्हे भी कोई बीच राहों में छोड़ जाएं।।। ©varsha khanwani #Moon #Moon