संमदर मे रहकर,लहरो का सताना अच्छा लगता है तू आए या ना आए,तुझे बुलाना अच्छा लगता है हम तो जी ही रहे है मौजो की रवानी मे कैसे आऊ,अब्बा जाग रहे है,तेरा ये बहाना अच्छा लगता है समदर