वक़्त बदल गया था, हालात भी बदल गए थे, और तुम भी तो उन सब के साथ बदल गए थे, हम भी बदल जाते, ज़रा मोहलत तो देते तुम। किसी से दिल लगाकर, दिल्लगी अच्छी नहीं है, हम थे तेरे दिल में, क्या यह बात सच्ची नहीं है, हम साबित कर देते, ज़रा मोहलत तो देते तुम। बस इक-दूसरे की ग़लतियाँ बताते रहे हम-तुम, सारा क़सूर हमारा न था, सही होके भी अपनी, ख़ता मान लेते हम, ज़रा मोहलत तो देते तुम। इतनी कमज़ोर थी प्यार की डोर जो टूटने लगी, कर लेते गर यक़ीन इक-दूजे पर, तो मैं और तुम फिर से 'हम' हो जाते, ज़रा मोहलत तो देते तुम। ✍️महेश कुमार 'मैडी'✍️ #मोहलत #time #love #seperation #वक़्त #मैडी #maddy #life #youandme #you_me