एक तेरी नहीं से थम-सी गयी है ज़िंदगी मेरी आकर तू देख ज़रा पड़-सी गयी हैं पैरों में बेड़ियाँ तेरी न सुकून दिन को न रातों को नींद अब इन आँखों में कैसे कहूँ तुझ से ये ज़िंदगी अब नहीं रही कुछ भी मेरी रूठा है तू जबसे ख़फ़ा-सी हैं खुशियाँ भी मेरी पलट कर देख तो ज़रा अभी भी हूँ मैं सिर्फ़ तेरी ही..! 🌹M'निर्झरा' एक तेरी नहीं से... #तेरीनहींसे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi