नहीं त्याग राधा सा मुझमें, नहीं दंभ सत्यभामा सा। नहीं अनुराग मीरा सा मुझमें, नहीं मोल सुदामा सा। नहीं भक्ति सुर सा मुझमें, नहीं रसखान सी चाह। तुम्ही बता दो मोहन सांवरे, रमू मैं कौन सी राह? नहीं धनुर्धर सा गुण मुझमें, नहीं द्रौपदी सा सम्मान। नहीं यशोदा सा भाग्य मेरे, नहीं देवकी सा बलिदान। नहीं ज्ञानी उद्धव सा प्रभु, नहीं गोपी सा निःस्वार्थ प्यार। तुम ही सुझा दो हे कणवासी,आऊँ मैं कैसे तुम्हरे द्वार? #kanha #lordkrishna #surrendertogod #devotionallove #confessionoflove