एक रोज़ तो कुछ यूँ होगा, जो चाहा था वही होगा कोई गुमनाम है जो मंज़िलों का पता दे रहा है इस भरोसे से चल देते हैं हम भी उन रास्तों मे कि वो पहुँचा रहा है वहाँ तक तो सब सही ही होगा. ©harshita Tamta #Trusting #walkingalone #simplethoughts #WalkingInWoods