बदहोस हालात बेवसी गुजारिश अब सायद खुदा ही सुनले, छत हो भी तो इनसान इसे लालच समझले, वक़्त आज है कल सायद मिटा हुआ इतिहास फिर जाग जाए, लिबास मोडले उस खतम काहानी के तरफ जब तकदीर हवस होजाए ©Rupali Mahanta #Hawasi#dil_e_dastan #halatezaar