अब तो तपते बदन में भी यूँ ही ठंडक महसूस हो जाया करता है.. क्योंकि! मेरे अंतर्मन की ज्वाला, मेरे ही आँसुओं से अपनी तपिश शांत कर लेती है.. #बदन #तपिश #ज्वाला #अंतर्मन #महसूस