खो जाता हूँ मैं अक्सर उन लम्हों में, जब लोरियाँ सुन मैं सोया करता था । माँ भी रोती मुझे डाँटकर, जब मैं रोया करता था । वो भागती पीछे मेरे खाना लेकर, मैं भी सरपट दौड़ा करता था । फिर एक सुकून सा मिलता था मुझे, जब जब उसकी आँचल में सोया करता था। अपनी एक अलग दुनिया थी शायद, जिसमे मैं खोया रहता था। "आज भी उन खोये लम्हो में मैं अक्सर खो जाता हूँ " #NojotoQuote लम्हें #lamhein