खामोश लफ्ज वो पुराने लिख जाने मे सादिया लगी खजाना बनाने मे जो सुन कर मिट ही जाने मे मन से मान जाने को मन सा करता है. होशियार सा मुँह दिखाने को उम्र जिन्दा सी कर ही जाने को पलो मे उम्र बिताने को सुनकर मिश्री घुल ही जाने को लफ्जो मे मन डुलाने को मन सा करता है. Dee. #itsmedee