धूप छाँव जिंदगी का खेल है जो उलझा फेल है जो सुलझा सही स्टेशन पहुँचाती फिर जिंदगी की रेल है। ©vishwas #धूप_छांव #दो_शब्द #मेरे_शब्दांश #mere_shabdansh #Twowords