अक्सर ये खयाल मन में घर करता है मेरा लिखा हुआ आखिर कौन पढ़ता है होगा कोई दर्द का मारा या खुशी से तरबतर ये जो है काल्पनिक कहानी कौन गढ़ता है एक टूटा दिल, एक झूठा जहांन, एक कश्ती साहिल को किनारे पर आखिर कौन मिलता है हैं बेताब जमाने में कोई न कोई तो यहाँ भी यूँ नज़र भर देख कर किसी पे कौन मरता है अक्सर ये सवाल रह जाता है आखिर में मेरा ही लिखा हुआ आखिर कौन पढ़ता है मेरा लिखा पढ़ेगा कौन, सारी दुनिया ख़ुद में मौन... #मेरालिखा #collab #रूप_की_गलियाँ #rs_rupendra05 #broken #yqdidi #YourQuoteAndMine #पढ़ना Collaborating with YourQuote Didi