हम रोज लोगों के सामने अपने दुख छिपाते हैं हम रोज सबके सामने कह नहीं पाते हैं हम कभी किसी के सामने सुप्रभात। हम शब्दों के चित्रकार, नई शक्लें बनाते हैं। #शक्लेंबनातेहैं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi