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हमने रिश्तो को पल पल बदलते देखा! हमने सुबह को शा

  हमने रिश्तो को पल पल बदलते देखा! हमने सुबह को शाम  में ढलते  देखा! धन दौलत का गुमा तो देखो! इसके नशे में लोगों को ढलते देखा ! बेईमानों और ठगों को मिला इनाम !और ईमान पर रहने बाला कांटो पर चलते हैं देखा! हमने रिश्तो को पल पल बदलते देखा...

©Dinesh Kashyap
  #हमने  देखा

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