जीवन को अपने हम दोनों मिलकर खुशनुमा बनाएंगे। जीवन के सफर में साथ चलेंगे हर दूरी को हम मिटायेंगे। थामे रखना तुम हाथ मेरा हर अंजानी टेडी मेंडी डगर में। हर अनजानी राह को अपने प्यार से हम सजाते जाएंगे। साथ चलेंगे मिलकर दोनों तो हर मुश्किल पार कर जाएंगे। अनजान रास्ते मंजिल एक है दोनों मिलकर कदम बढ़ाएंगे। आज नहीं तो कल मंजिल को अपनी पाकर ही दिखाएंगे। खड़ी हो चाहे राहों में कितनी भी दीवारें उनको गिराएंगे। अपने प्यार के हौसलों को हम हरदम ही बढाते जाएंगे। इसी दुनियां में अपने प्यार का छोटा सा जहां बनाएंगे। खुश रहेंगे हर हाल में खुद को सफल बना कर दिखाएंगे। जीवन में प्यार के रंग भरेंगे प्यार से ही रंगीन बनायेगें। हम अपने जीवन की नींव प्रेम और विश्वास पर टिकाएंगे। अपने प्रेम के रिश्ते में कभी कोई दरार नहीं आने देंगे। जीवन भर जीवनसाथी बनकर रहेगें अपना प्यार निभाएंगे। प्यार से जिएंगे और दूसरों को भी प्यार से ही जीना सिखायेंगे। -"Ek Soch" #अनजान_रास्ते,_मंज़िल_एक_team_alfaz #newchallenge There is new challenge of poem/2 line/4 line in whatsapp group (link in bio) Today's Topic is अनजान रास्ते, मंज़िल एक