खुशबु का यूँ फ़िज़ाओं में बिखरना... खुशबू का यूँ खज़ा में बिखरना कुछ तो कह रहा है नर्गिस ये नूर की खुशबू है तुझे तो पता है न नर्गिस लगता है बरसात में तेरा भंवरा भींग गया है नर्गिस तभी तो वापस अपने घर को वो चला है नर्गिस फ़िज़ाओं से कह दो कि अब जायें यहाँ से क्योंकि अब धीरे-धीरे बे-नूर से नूर हो रही है नर्गिस ये तुम्हारी आंखो का काजल बता रहा है नर्गिस तुम आज बड़ी खुश दिख रही हो नर्गिस नर्गिस बेनूरी खज़ा है नर्गिस