दुनियां बोल रही हैं हंसते बहुत हो, मां पुछ रही हैं उदास क्यों हों। लोग बोल रहे हैं बोलते बहुत हो, पापा पुछ रहे है खामोश क्यों हों।। ©A. bishnoi #बोलती खामोशी# #Rose