आज मैंने सफ़र में देखीं थीं कुछ, लाल हरी चूड़ियां..... एक कतार में लगीं उन रंग बिरंगी चूड़ियों को देख मुझे ख्याल आया तुम्हारा... की कैसे तुमने एक बार मुझे वो... लाल चूड़ियां दी थीं और कहा था की, मैं रहूं या न रहूं