जिनके पेट भरे होते हैं वही सुबह हवा खाने निकलते हैं किसी गरीब से पूछो, जो "दो रोटी" के लिए भटकते हैं उन्हें सुबह और शाम क्या दिन भर ठोकरें खाते फिरते हैं जिस दिन रोटी नसीब नहीं होता सिर्फ पानी पीकर सोते हैं ©अनुषी का पिटारा.. #कड़वा_सच #अनुषी_का_पिटारा