देखो सागर की लहरें हैं उठती फलक तक, मेरी हर बात रुकती है, मेरे हलक तक, मैं बैठा रहा यूँ किनारे का मक़सद, कहीं मिल जाए वो बस उसकी झलक तक। # jassal amarjit #nojotohindi #Life #Love #de