Society is almighty. सोसाइटी नहीं धर्म गॉड रीति रिवाज पूजा पद्धति नियम कानून बनाए हैं उसी ने ही अंधविश्वास पाखंड पाप पुण्य स्वर्ग नगर बनाए हैं सोसाइटी से ऊपर कोई और शक्ति नहीं है। क्योंकि ना किसी गॉड ने कहा कि मैं गॉड हूं ना ही देवता ने यह कहा कि मैं देवता हूं, ना ही किसी ने खुद के लिए कहा कि मुझे ऐसे मानो ऐसे पूजो। यह सब society यानि समाज ने किया है। और यदि ऐसा होता कोई शक्ति होती कोई गॉड होता तो पूरी पृथ्वी पर एक जैसे होते एक ही होता अलग-अलग समाजों में अलग-अलग धर्म ना होते अलग-अलग भाषण ना होती है और अलग-अलग गोद ना होते देवी देवता ना होते अलग-अलग रीति रिवाज ना होते। अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार की जातियां, संप्रदाय और उनके आधार पर भेदभाव, असमानता, लिंग-भेद, वर्ग-भेद व लड़ाई झगड़ा, नफरतें,यह सब समाज ने पैदा किए हैं ना कि किसी god या देवता ने। ©Vijay Vidrohi #society_is_almighty