दर बदर तबाह हुए फिरते हैं, ता-हश्र तुमको आगाह किए फिरते हैं, हमको ना दिखाए ज़माने की राह कोई, हम खुद कयामत की निगाह लिए फिरते हैं.... #ता_हश्र #कयामत #निगाह #राह #तबाह #ज़माने #दर_बदर #शायर_ए_बदनाम