तू खता है, सरेआम नहीं कर सकता, कसम ताउम्र की है,अंजाम नहीं कर सकता। अजमा लो,मजनू सा जिगर है नौशाद की, सर पर चढ कर एहतेराम नहीं कर सकता।। tu khata hai,,