तुम मिलो या ना मिलो तुम प्यार करो या ना करो तुम मुझे अपना मानलो या ना मानलो मगर जीवन भर याद रहेगा... हमारी ये मैय्या और लड़ौ की जोड़ी.... " तेरे दूर जाने से कैसे कह दूं गालिब मुझे कोई ग़म नहीं। पर कमबख्त इस दूरी से ये मोहब्बत भी तो कम नहीं ।। " तुझसा यूं तो कोई नहीं इस सारे जहां में , पर ये कमबख्त दिल तेरी मुस्कुराहटों का दीवाना हो चला ।