वो लोग भी नहीं रहे ना रही आवो हवा वो इंसानों में इंसानों सी बात ना रही वो सुबहो नहीं रही वो शाम भी ना रही ना रही वो तपिश धूप में वो ठंड में भी वो बात ना रही वो सत्ता नही रही वो सत्ताधारी भी ना रहे बदल गए हुक्मरान जो जनता में भी वो बात ना रही वो नदियां नही रही वो दरिया ना रहे बदल गए वो दिन सब पहले सी अब रात ना रही वो महफ़िलें नहीं रहीं, वो लोग भी नहीं रहे... #महफ़िलें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi