ग़र आऊँ मैं बरसने को जमकर तेरे शहर तो तुम घबराना मत लिपट कर तेरे चाहतों के चादर में आँखों से बरसा करुँगी बूँद-बूँद मैं जब थम जाऊँगी छोड़ तुम्हें जाऊँगी, वादा करो यादों में मेरे तुम-तकिये को भीगाना मत.. ❣️🌻❣️🌻❣️🌻❣️ #साँझ #सावन #बारिश #yqdidi #yqbaba #yqquotes