खुले आसमान के नीचे, वापस जी भर के जीना चाहते हो, अब तलक जैसे जीये ना वैसे जियो.. अब तलक जैसे जीये ना वैसे जियो हर पल मुस्कुरा कर जियो कहीं गलत करते हुए अगर देखो आॅ॑खें फेर कर ना चलो सारे शिकवे गिले मिटा कर जियो अब तलक जैसे जीये ना वैसे जीयो हर पल मुस्कुरा कर जियो अपने - पराए का ना भेद करो सबको गले लगा कर चलो कदम से कदम मिलाकर जियो अब तलक जैसे जीये ना वैसे जियो हर पल मुस्कुरा कर जियो दुःख का कहीं अगर मंजर हो कोशिश कर वहां खुशी बांटते चलो अपने हिस्से का थोड़ा दूसरों को भी खिला कर जियो अब तलक जैसे जीये ना वैसे जियो हर पल मुस्कुरा कर जियो -रानी यादव #अब तलक जैसे जीये ना वैसे जियो