ख़ुदा से नहीं इंसा से ही नाइत्तिफाकी है। थोड़ा तबाह हुआ जहां थोड़ा अभी बाक़ी है। कुदरत को न जाना कुछ खुद ही बन बैठे ख़ुदा। जंगलों को काटकर बना रहे वहां मकां। जीवों को जिंदा खा रहे तनिक न आती दया। ये तो बस शुरुआत है कयामत अभी बाकी है। Challenge-143 #collabwithकोराकाग़ज़ 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) (नाइत्तिफ़ाक़ी उर्दू शब्द है जिसका अर्थ है असहमति या मतभेद) #नाइत्तिफ़ाक़ी #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️