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दीवानों की तरह मोहब्बत करते हैं वतन से फौजी और कि

दीवानों की तरह 
मोहब्बत करते हैं वतन से फौजी और किसान।

मेरी माटी के दो बेटे हैं एक है फौजी और एक है किसान।।

चाहे तपती भूमि हो या रेगिस्तान या ठंडे ग्लेशियर।

वतन की हिफाजत में हर जगह खड़े रहते हैं फौजी।।

खुद कई बार भूखे रहकर भी दिन भर खेत जोतता है किसान।।

हम सुकून से मना पायें हर त्यौहार ।
अपने घरवालों से त्यौहारों पर भी नही मिल पाते फौजी हर बार।।

घरवालों की फोटो फोन में, वतन की मोहब्बत नस नस में बसा कर रखते हैं फौजी।

हमारे लिए हर दिन लाखों कुर्बानी दे जाते हैं फौजी

तुम्हें जरा सा जुखाम हो तो छुट्टी करकर घर बैठ जाते हो। 
चाहे हालात कैसे भी हो साल भर खेत जोतता है किसान।

सीने पर जख्मों को लेकर भी दुश्मन से भिड़ जाता है हर फौजी।।

आपकी कुर्बानियों को शब्दों में बयान करना नामुमकिन हैं।
यही प्रार्थना करते हैं हम महाकाल से की 
हमेशा सलामत रहे मेरे वतन का हर फौजी और किसान।

जय हिंद

©Aishwarya CMH दीवानों की तरह 
मोहब्बत करते हैं वतन से फौजी और किसान।

मेरी माटी के दो बेटे हैं एक है फौजी और एक है किसान।।

चाहे तपती भूमि हो या रेगिस्तान या ठंडे ग्लेशियर।

वतन की हिफाजत में हर जगह खड़े रहते हैं फौजी।।
दीवानों की तरह 
मोहब्बत करते हैं वतन से फौजी और किसान।

मेरी माटी के दो बेटे हैं एक है फौजी और एक है किसान।।

चाहे तपती भूमि हो या रेगिस्तान या ठंडे ग्लेशियर।

वतन की हिफाजत में हर जगह खड़े रहते हैं फौजी।।

खुद कई बार भूखे रहकर भी दिन भर खेत जोतता है किसान।।

हम सुकून से मना पायें हर त्यौहार ।
अपने घरवालों से त्यौहारों पर भी नही मिल पाते फौजी हर बार।।

घरवालों की फोटो फोन में, वतन की मोहब्बत नस नस में बसा कर रखते हैं फौजी।

हमारे लिए हर दिन लाखों कुर्बानी दे जाते हैं फौजी

तुम्हें जरा सा जुखाम हो तो छुट्टी करकर घर बैठ जाते हो। 
चाहे हालात कैसे भी हो साल भर खेत जोतता है किसान।

सीने पर जख्मों को लेकर भी दुश्मन से भिड़ जाता है हर फौजी।।

आपकी कुर्बानियों को शब्दों में बयान करना नामुमकिन हैं।
यही प्रार्थना करते हैं हम महाकाल से की 
हमेशा सलामत रहे मेरे वतन का हर फौजी और किसान।

जय हिंद

©Aishwarya CMH दीवानों की तरह 
मोहब्बत करते हैं वतन से फौजी और किसान।

मेरी माटी के दो बेटे हैं एक है फौजी और एक है किसान।।

चाहे तपती भूमि हो या रेगिस्तान या ठंडे ग्लेशियर।

वतन की हिफाजत में हर जगह खड़े रहते हैं फौजी।।

दीवानों की तरह मोहब्बत करते हैं वतन से फौजी और किसान। मेरी माटी के दो बेटे हैं एक है फौजी और एक है किसान।। चाहे तपती भूमि हो या रेगिस्तान या ठंडे ग्लेशियर। वतन की हिफाजत में हर जगह खड़े रहते हैं फौजी।। #India #Feeling #Hindi #Soldier #jaihind #कविता #farmer #IndiaLoveNojoto #Aishwarya_cmh