आज की रात सुकून है, सुकून है मेरे भीतर झांकते उन उम्मीद से भरे आंखो का जिनके आंसू मैं पी गया, वो आंसू नहीं, खून की बूंदे थीं, मेरे लबों से लगकर, हलक से उतर, वो मेरी रगों में ऐसे घुल रही हैं, जैसे पूनम की रात में सफेद बल्ब की दूधिया रोशनी घुलती है चांद के चांदनी के साथ, उनके घुलने से मुझमें जो ऊर्जा आयी, उससे कुछ कम हुआ है मेरा ओछापन, मुझे भारीपन की गर्मी सुकून दे रही है, नींद आंखों के देहरी पे दस्तक दे रही है, ये सुकून अक्सर नहीं होता, आज की रात सुकून है। #yourquote #yqbaba #yqdidi #yqdada #innerpeace #healthymind #helpinghands ✨