बचपन और पॉकेटमनी मैं कमाता नहीं था बचपन में फिर भी अमीर ही होता था पापा के चॉकलेट और मम्मी के दिए दो रुपए पूरा दिन तिकौता था शाम को लौट कर घर में एक रुपए की आईसक्रीम खा कर एक रुपए गुल्लक में डुबोता था सच हैं यार अब रोज हजार रुपए कमाता हूँ पर वो बचपन वाला अमीर कहा बन पता हूँ