Nojoto: Largest Storytelling Platform

बात उस समय की जब इन्सान आदिमानव था, थोड़ा भोला,अज

बात उस समय की जब इन्सान आदिमानव था, 
थोड़ा भोला,अज्ञानी, थोड़ा दानव था,,
अपनी हस्ती और मस्ती में मगन रहता था, 
बिना वस्र पूर्णतः नग्न रहता था ,,
ना घमंड ना अपमान ना सत्कार होता था, 
क्या उस समय भी औरतों का बलातकार होता था,, बात उस समय की जब इन्सान आदिमानव था, 
थोड़ा भोला,अज्ञानी, थोड़ा दानव था,,
अपनी हस्ती और मस्ती में मगन रहता था, 
बिना वस्र पूर्णतः नग्न रहता था ,,
ना घमंड ना अपमान ना सत्कार होता था, 
क्या उस समय भी औरतों का बलातकार होता था,,
#आदिकाल
बात उस समय की जब इन्सान आदिमानव था, 
थोड़ा भोला,अज्ञानी, थोड़ा दानव था,,
अपनी हस्ती और मस्ती में मगन रहता था, 
बिना वस्र पूर्णतः नग्न रहता था ,,
ना घमंड ना अपमान ना सत्कार होता था, 
क्या उस समय भी औरतों का बलातकार होता था,, बात उस समय की जब इन्सान आदिमानव था, 
थोड़ा भोला,अज्ञानी, थोड़ा दानव था,,
अपनी हस्ती और मस्ती में मगन रहता था, 
बिना वस्र पूर्णतः नग्न रहता था ,,
ना घमंड ना अपमान ना सत्कार होता था, 
क्या उस समय भी औरतों का बलातकार होता था,,
#आदिकाल
mastmalang4173

mast malang

New Creator