Nojoto: Largest Storytelling Platform

कभी वो मेरे पास आने से कटराती थी आज तो वो हमेशा म

कभी वो मेरे पास आने से कटराती थी 
आज तो वो हमेशा मेरे संग को बतलाती है

क्योकि मैने मन से उसको अपना बनाया था
कभी उसको मैने अपनी सांस समाया था

जब से मैने उसको अपने कर में थामा है
तब से इस जहां ने मुझे संग से जाना है 

रात-रात भर उसके संग में बतियाता हूँ
समय आने पर उसको में हथियाता हूँ पुस्तक
कभी वो मेरे पास आने से कटराती थी 
आज तो वो हमेशा मेरे संग को बतलाती है

क्योकि मैने मन से उसको अपना बनाया था
कभी उसको मैने अपनी सांस समाया था

जब से मैने उसको अपने कर में थामा है
तब से इस जहां ने मुझे संग से जाना है 

रात-रात भर उसके संग में बतियाता हूँ
समय आने पर उसको में हथियाता हूँ पुस्तक
bharat8839678298223

Bharat

New Creator

पुस्तक